Sunday, September 01, 2019

हे रब्बा

राहत तुझ से मिलती हे रब्बा,
चाहत मेरी बस तू हे रब्बा.
परवाने के पुकार तू हे रब्बा,
दीदारो मे मेरे तू हे रब्बा.
फिर भी यह दूरिया क्यू हे रब्बा?

दिल के फलक पर अब तुम चाँद बन आना,
दम निकलने से पहेले आना.

vaibhav
31-08-2011

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